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Sunday, November 8, 2020

प्राइमरी का मास्टर ● इन

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नवोदय में कक्षा 9 (सत्र 2021-22) में रिक्‍त स्थानों के प्रवेश हेतु ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित, देखें विज्ञप्ति NVS

Posted: 07 Nov 2020 05:54 PM PST

नवोदय में कक्षा 9 (सत्र 2021-22) में रिक्‍त स्थानों के प्रवेश हेतु ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित, देखें विज्ञप्ति। NVS


टीईटी 2019 की तर्ज पर डीएलएड परीक्षा केंद्र पर स्मार्टफोन पर पाबंदी, लगातार पेपर लीक की खबरों के बीच उठाया कदम

Posted: 07 Nov 2020 06:58 PM PST

टीईटी 2019 की तर्ज पर डीएलएड परीक्षा केंद्र पर स्मार्टफोन नहीं ले जा सकेंगे प्रधानाचार्य व शिक्षक

लगातार पेपर लीक की खबरों के बीच उठाया कदम। 

डीएलएड परीक्षा पर सवाल,  नकल व पेपर आउट सिलसिला नहीं रहा थम

डीएलएड सेमेस्टर परीक्षा के सम्बंध में महत्वपूर्ण नवीन निर्देश जारी।




प्रयागराज : पहले बीटीसी और अब डीएलएड की संमंस्टर परीक्षाओं में नकल व पेपर आउट सिलसिला थम नहीं रहा है। बीटीसी की वार्षिक परीक्षाएं पहले राजकीय व एडेड माध्यमिक कालेजों में ही होती थीं, लेकिन बाद में यह परीक्षा निर्जी कालजों व डायट पर कराई जाने लगी।

इसमें नकल की बहुतायत शिकायतें मिलीं, तब फिर परीक्षा राजकीय और एडेंड माध्यमिक कालेजों को सॉपी गई, ताकि नकल पर प्रभावी अंकुश लगे। असल में, प्रशिश्लु उम्दा अंक पाने की ललक में नकल व पेपर लीक करने का सहारा ले रहे हैं, क्योंकि शिक्षक भर्ती की मेरिंट में प्रशिक्षण के भी अंक जोड़े जाते हैं। संयोग है कि करीब इतनी अवधि पहले ही परीक्षा कंद्रों पर पेपर पहुंचता है। प्रयागराज के राजकीय इंटर कालेज से चार नवंबर को अभ्यर्थी ज्योति और उसके भाई राहुल मौर्य को पकड़ा गया था, क्योंकि उसके मोबाइल पर हल पेपर मिला था। अब पर्रक्षा केंद्र पर स्मार्टफोन ले जाने पर रोक लग गई है।




प्रयागराज : टीईटी 2019 की तर्ज पर डीएलएड की सेमेस्टर परीक्षाओं में स्मार्टफोन पर पूर्ण पाबंदी लगा दी गई है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि अब प्रधानाचार्य, शिक्षक व परीक्षा कार्य में लगे अन्य कर्मचारी भी स्मार्टफोन लेकर केंद्र पर नहीं जा सकेंगे।

बेसिक शिक्षा विभाग की छमाही परीक्षा को लेकर तैयारियां शुरू, जरूरत पड़ने पर होम एक्जाम का भी विकल्प

Posted: 07 Nov 2020 05:31 PM PST

बेसिक शिक्षा विभाग की छमाही परीक्षा को लेकर तैयारियां शुरू, जरूरत पड़ने पर होम एक्जाम का भी विकल्प


स्कूल के बच्चों की पढ़ाई का रास्ता कोरोना और आर्थिक विपन्नता दोनों ही रोक रहे हैं, फिर भी ब्रेसिक शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों में पढ़ने की आदत बरकरार रखने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में अब घर से ही परीक्षा कराने की तैयारी है। प्रक्रिया कठिन जरूर है, मगर बच्चों ने भी कोरोना जैसी आपद को अवसर में बदलने की ठान ली है।


कोरोना संक्रमण काल के दौरान परिषदीय विद्यालयों में जैसे-तैंस पढ़ाई कराई जा रही है, मगर अब छमाही परीक्षाओं का भी वक्‍त आ गया है। ऐसे में कोरोना के कारण जब बच्चे अभी घर से ही पढ़ाई कर रहे हैं तो पर्ाक्षाएं भी उन्हें घर से ही देनी पड़ सकती हैं। ब्रेसिक शिक्षा विभाग ने छमाही परीक्षाओं को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। कहना है कि फिलहाल तो सरकार के दिशा- निर्देशों का इंतजार किया जा रहा है, मगर ठंड में कोरोना संक्रमण के खतंर को देखते हुए स्कूल अभी बंद रहने के ही अनुमान हैं। ऐसे में राजधानी लखनऊ स्थित परिषदीय और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के करीब एक लाख 90 हजार से अधिक बच्चों को होम एग्जाम की हीं प्रक्रिया से गुजरना होगा।

सरकार द्वारा जैसा दिशा-निर्देश होगा, वैसा किया जाएगा. होम एग्जाम के लिए भी तैयारी पूरी है।
दिनेश कुमार, वेसिक शिक्षा अधिकारी

डीएलएड पेपर लीक होने के मामले में 21 परीक्षार्थियों पर केस दर्ज

Posted: 07 Nov 2020 05:45 PM PST

मऊ : डीएलएड पेपर लीक होने के मामले में 21 परीक्षार्थियों पर केस दर्ज, केंद्र की परीक्षा रद्द


मऊ : डीएलएड (डिप्लोमा इन एलमेंट्री एजुकेशन) की हो रही परीक्षा के दौरान शुक्रवार सामाजिक विज्ञान समेस्टर दो का पेपर लीक होने के मामले में शनिवार को 21 परीक्षार्थियों के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया। एफआईआर दर्ज होने के बाद नकल माफियाओं में पूरे दिन अफरा-तफरी रही। डायट प्राचार्य ने चेताया कि नकल माफियाओं को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।


जिले के 17 केन्द्रों पर डीएलएड (डिप्लोमा इन एलमेंट्री एजुकेशन) की हो रही परीक्षा के दौरान शुक्रवार को दूसरे सेमेस्टर की सामाजिक विज्ञान का पेपर लीक हो गया था। दूसरे पाली की परीक्षा से पहले गेट पर चेकिंग के दौरान परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र व हाथ पर प्रश्नों के उत्तर लिखे मिले थे। इसका मिलान करने पर अधिकतर प्रश्नों के उत्तर सही मिले थे।


इसके बाद डायट प्राचार्य ने पूरे मामले से जिलाधिकारी व विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया था। डायट प्राचार्य प्रभुनाथ चौहान ने बताया कि शहर क्षेत्र के सोनीधापा बालिका इण्टर कालेज में पेपर लीक आउट होने के मामले में कुल 21 परीक्षार्थियों के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। केस होने के बाद नकल माफियाओं में हड़कंप मचा है। वहीं सूत्रों के अनुसार यदि जांच की जाए तो डीएलएड का पेपर लीक आउट करने के पीछे नकल माफिया के रैकेट का मिल सकता है।


खबर मिल रही कि 
मऊ के एक केंद्र की सामाजिक विज्ञान की परीक्षा भी निरस्त, परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव दीपावली बाद कराएंगे दोबारा इम्तिहान। 

बेसिक शिक्षा : आठ साल में भी नहीं बन सका इस जिले का बीएसए दफ्तर

Posted: 07 Nov 2020 05:12 PM PST

बेसिक शिक्षा : आठ साल में भी नहीं बन सका इस जिले का  बीएसए दफ्तर


अमेठी। बेसिक शिक्षा विभाग के स्थाई कार्यालय का निर्माण स्वीकृति के आठ साल बाद भी पूरा नहीं हो सका है। यह स्थिति तब है जब कार्यदायी संस्था शासन से आवंटित 73.30 लाख रुपये खर्च कर चुकी है। 177.72 लाख की पुनरीक्षित लागत को स्वीकृति नहीं मिलने व धनावंटन नहीं होने से भवन निर्माण का काम सवा साल से ठप है।


एक जुलाई 2010 को जिले का पुनर्गठन होने के साथ ही शहर स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय कटरा लालगंज में बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यालय का संचालन शुरू हुआ था। काम काज पटरी पर आने के बाद विभाग की ओर से की गई लिखा पढ़ी पर शासन ने वित्तीय वर्ष 2011-122 मेें सैठा रोड पर आवंटित भूमि पर बीएसए कार्यालय के लिए भवन निर्माण को स्वीकृति दी थी।
उस समय शासन ने डीपीआर के हिसाब से भवन निर्माण की लागत 73.30 लाख रुपये तय करते हुए 31 मार्च 2013 को पहली किश्त के रूप में 35 लाख रुपये आवंटित कर कार्यदायी संस्था समाज कल्याण निर्माण निगम को काम शुरू करने को कहा था। कार्यदायी संस्था ने निर्माण कार्य शुरू भी किया।


हालांकि बाद में मूल्य वृद्धि का हवाला देते हुए कार्यदायी संस्था ने लागत पुनरीक्षण का पत्र भेजकर स्वीकृति प्रदान करने की मांग की। शासन ने पुनरीक्षण को स्वीकृति देने के बजाए 31 मार्च 2017 को शुरुआती लागत की अवशेष दूसरी किश्त के रूप में 38.30 लाख रुपये आवंटित कर दिया। कार्यदायी संस्था ने इस धन को भी खर्च कर दिया। विभागीय सूत्रों की मानें तो अक्टूबर 2017 से ही भवन का निर्माण कार्य ठप पड़ा है।
भवन निर्माण को लेकर शासन की उदासीनता की वजह से कार्यदायी संस्था को तीन बार नए पुनरीक्षित आगणन को स्वीकृति प्रदान करने के लिए प्रशासन के माध्यम से पत्र भेजा गया। पहली बार स्वीकृत लागत 73.30 लाख को बढ़ाकर 130.18 लाख करने, दूसरी बार 130.18 लाख को 167 लाख करने व तीसरी बार 167 लाख को बढ़ाकर 177.42 लाख करने की मांग की गई। हालांकि शासन ने न तो पुनरीक्षित आगणन को स्वीकृति दी न ही धन आवंटित किया।


भवन निर्माण का कार्य पूरा हो सके इसके लिए विभाग की ओर से अपने विभागीय सचिव व निदेशक को भेजे गए दर्जनों पत्रों के साथ ही चार डीएम (जगतराज व चंद्रकांत पांडेय ने एक-एक तो योगेश कुमार व प्रशांत शर्मा ने दो-दो बार) ने छह-सात बार डीओ शासन को भेजा। बावजूद इसके शासन ने कोई ध्यान नहीं दिया।

69000 भर्ती : मेरिट प्रभावित नहीं करने वाली मानवीय गलती सुधारने की मांग को लेकर गुहार

Posted: 07 Nov 2020 05:16 PM PST

69000 भर्ती : मेरिट प्रभावित नहीं करने वाली मानवीय गलती सुधारने की मांग को लेकर गुहार


परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती के आवेदन में मामूली त्रुटि करने वाले अभ्यर्थियों ने संशोधन की अनुमति देने के लिए बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय पर शनिवार को धरना दिया।

सचिव प्रताप सिंह बघेल से कोई संतोषजनक जवाब न मिलने पर अभ्यर्थी खाली हाथ लौट गए और सोमवार से राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) कार्यालय लखनऊ में धरना देने का निर्णय लिया है।

अभ्यर्थियों का कहना है कि उनके आवेदन में जो त्रुटियां हैं उससे मेरिट प्रभावित नहीं हो रही, लिहाजा तैनाती में कोई बाधा नहीं होनी चाहिए। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मनु पांडेय, विनोद कुमार व विनोद सिंह के टीईटी अनुक्रमांक तो दिनेश जायसवाल के हाईस्कूल, इंटर व बीए के प्रमाणपत्र क्रमांक में अंतर है।

अनुराग पांडेय व लवकुश पटेल के स्नातक अनुक्रमांक में समानता नहीं है। 18 लोगों को नियुक्ति पत्र मिलने के बाद विद्यालय आवंटन रोक दिया गया। धरना देने वालों में अनुराग पांडेय आगरा, मनु पांडेय प्रयागराज, विकल्प कुमार आजमगढ़, दिनेश कुमार रायबरेली आदि रहे


प्रयागराज। 69000 सहायक अध्यापक भर्ती में मानवीय भूल के चलते नियुक्ति से बाहर होने वाले अभ्यर्थियों ने एक बार फिर सचिव बेसिक शिक्षा परिषद से उनके साथ न्याय करने की गुहार लगाई है। इन अभ्यर्थियों का कहना है कि सचिव मेरिट प्रभावित नहीं करने वाली गलती सुधारने की अनुमति देकर उनके साथ न्याय करें। यह अभ्यर्थी सोमवार से निदेशक एससीईआरटी लखनऊ के कार्यालय पर धरना देंगे।


सचिव बेसिक शिक्षा परिषद से मांग करने वालों में 18 ऐसे अभ्यर्थी हैं जिनको नियुक्ति पत्र मिलने के बाद प्रमाण पत्र एवं आवेदन में अलग जानकारी होने से रोक दिया गया। इसमें 15 ऐसे हैं, जिनके आवेदन और प्रमाण पत्र में अलग-अलग जानकारी होने के बाद भी मेरिट प्रभावित नहीं हो रही है। शनिवार को सचिव से मांग करने वालों में आगरा से अनुराग पांडेय, प्रयागराज से मनु कुमार पांडेय, आजमगढ़ से विकल्प कुमार,रायबरेली से दिनेश कुमार शामिल हैं।

दूरदर्शन उत्तर प्रदेश (DD UP) चैनल पर यूपी बोर्ड की कक्षा- 10 व 12 हेतु शैक्षणिक प्रसारण के बारहवें चरण की समय सारिणी

Posted: 07 Nov 2020 04:50 PM PST

दूरदर्शन उत्तर प्रदेश (DD UP) चैनल पर यूपी बोर्ड की कक्षा- 10 व 12 हेतु शैक्षणिक प्रसारण के बारहवें चरण की समय सारिणी।



अच्छी खबर : 35 लाख छात्र-छात्राओं को वजीफा मिलने का रास्ता साफ।

Posted: 07 Nov 2020 03:21 PM PST

अच्छी खबर : 35 लाख छात्र-छात्राओं को वजीफा मिलने का रास्ता साफ।

उत्तर प्रदेश सरकार ने अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और सामान्य वर्ग के गरीब छात्र-छात्राओं को दी जाने वाली सरकारी छात्रवृत्ति व फीस भरपाई की राशि के वितरण पर लगी रोक हटा ली है। वित्त विभाग के विशेष सचिव ओम प्रकाश द्विवेदी ने इस बारे में आदेश जारी किया है। सरकार के इस कदम से लगभग 35 लाख छात्र-छात्राओं को फायदा मिलेगा।


आदेश में चालू शैक्षिक सत्र के लिए इन छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति व फीस भरपाई की सुविधा देने पर सहमति दे दी गयी है। लेकिन बीएड.व बीटीसी का पाठ्यक्रम चलाने वाले शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राओं को फिलहाल यह सुविधा नहीं मिलेगी। कारणों की पड़ताल करने पर पता चला कि प्रदेश सरकार अभी राज्य के बीएड. और बीटीसी पाठ्यक्रम चलाने वाले शिक्षण संस्थानों की जांच करा रही है। अल्पसंख्यक कल्याण निदेशक की अध्यक्षता में बनी तीन सदस्यीय कमेटी यह जांच कर रही है। जांच पूरी होने के बाद बीएड. व बीटीसी के छात्र-छात्राओं को भी यह सुविधा मिल सकेगी।


समाज कल्याण विभाग अनुसूचित जाति और सामान्य वर्ग, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ओबीसी और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग अल्पसंख्यक समुदाय के गरीब एवं जरूरतमंद छात्र-छात्राओं को उनकी पढ़ाई जारी रखने के लिए छात्रवृत्ति और फीस भरपाई की सुविधा देता है। दिव्यांगजन कल्याण विभाग की ओर से दिव्यांग छात्र-छात्राओं को यह सुविधा दी जाती है।

डीएलएड 2019 द्वितीय सेमेस्टर गणित की परीक्षा निरस्त, 2.5 लाख प्रशिक्षु फिर देंगे परीक्षा

Posted: 07 Nov 2020 05:44 PM PST

पेपर आउट की आख्या पर डीएलएड द्वितीय सेमेस्टर गणित विषय का प्रश्नपत्र रद्द, पुनः परीक्षा का कार्यक्रम अलग से होगा निर्गत। 


डीएलएड 2019 द्वितीय सेमेस्टर गणित की परीक्षा निरस्त, 2.5 लाख प्रशिक्षु फिर देंगे परीक्षा


प्रयागराज : प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक बनने की प्रशिक्षण परीक्षा डीएलएड भी नकल व पेपर आउट का शिकार हो गई है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी के मुख्यालय वाले शहर प्रयागराज से लगातार पेपर आउट के प्रकरण सामने आ रहे हैं। सचिव ने डीएलएड 2019 द्वितीय सेमेस्टर गणित की परीक्षा प्रदेश भर में निरस्त कर दी है। वहीं, इसी सेमेस्टर में मऊ जिले के एक केंद्र की सामाजिक विज्ञान की परीक्षा निरस्त की गई है। दोनों परीक्षाएं दीपावली बाद फिर से कराई जाएंगी।

बीटीसी व डीएलएड की परीक्षाएं प्रदेश भर में 30 अक्टूबर से चल रही हैं, जो 11 नवंबर तक चलेंगी। बीटीसी बैच 2013, सेवारत (मृतक आश्रित) व 2014, 2015, डीएलएड प्रशिक्षण 2017 व 2018 (अवशेष/अनुत्तीर्ण) और डीएलएड 2019 द्वितीय सेमेस्टर की शुक्रवार दोपहर 12 से एक बजे तक गणित और दो से चार बजे तक सामाजिक अध्ययन की परीक्षा हुई। 


इसमें गणित व सामाजिक विज्ञान का पेपर परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले वाट्सएप पर वायरल हुआ। प्रयागराज के डायट प्राचार्य संतोष कुमार मिश्र ने शनिवार को परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव को रिपोर्ट सौंपी है। सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि गणित का पेपर प्रयागराज के अलावा मऊ, हाथरस, एटा आदि कई जिलों में वायरल होने की सूचना है इसलिए गणित विषय का इम्तिहान निरस्त कर दिया है।


मऊ के एक केंद्र की सामाजिक विज्ञान की परीक्षा निरस्त, परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव दीपावली बाद कराएंगे दोबारा इम्तिहान।


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