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Friday, January 22, 2021

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फतेहपुर : दो चरणों में जिले को मिले हैं करीब 476 शिक्षक-शिक्षिकाएं, पंचायत चुनाए कराएंगे नए मास्साब, डाटा फीड

Posted: 21 Jan 2021 06:26 PM PST

फतेहपुर : दो चरणों में जिले को मिले हैं करीब 476 शिक्षक-शिक्षिकाएं, पंचायत चुनाए कराएंगे नए मास्साब, डाटा फीड

फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग को मिले करीब 476 शिक्षक-शिक्षिकाओं को पंचायत चुनाव सम्पन्न कराने की जिम्मेदारी मिलेगी। मार्च-अप्रैल में सम्भावित त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए डाटा फीड किया जा रहा है। कई ब्लॉकों में यह काम जोरों से चल रहा है।


जनपद को पहले चरण में 475 नए सहायक शिक्षक मिले थे। इसमें सभी ने काउंसिलिंग व ज्वाइनिंग ली थी। बाद में एक नए शिक्षक और मिल गए। तकरीबन 476 टीचर ने ज्वानिंग ली। इतने शिक्षक-शिक्षिकाएं मिलने से सरकारी काम करने में दिक्कत नहीं होगी । हालांकि दूसरे चरण में मिले शिक्षकों को अब तक प्राथमिक स्कूल आवंटित नहीं हुए हैं, लेकिन निर्वाचन पत्र पर पूरा ब्योरा नए शिक्षकों से पर ब्योरा नए से भरा लिया गया है। अब वह विवरण ऑनलाइन कम्प्यूटर पर फीड किया जा रहा है। इसमें नाम, पता, बैंक खाता का विवरण, पद व तैनाती स्थल आदि का विवरण दिया जा रहा है। बताया गया है कि सभी आवेदनों को कुछ ब्लॉकों में बांट दिया गया है, जिससे एक स्थान पर काम की अधिकता न रहे। सदर में भी ऑनलाइन फीडिंग का काम चलता रहा।


ज्वाइन करते ही मिली बड़ी जिम्मेदारी

लोकतंत्र में चुनाव अहम व्यवस्था है। बेसिक शिक्षा विभाग में ज्वाइन करने के बाद पंचायत चुनाव के लिए कार्मिकों की ड्यूटी मिलना भी जिम्मेदारी की बात है। कहा जा रहा है कि इससे हर क्षेत्र की जानकारी भी हो जाएगी। मतदान से पहले ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसके लिए शिक्षक काफी उत्सुक भी दिख रहे हैं।

मांगा गया विवरण उपलब्ध करा दिया गया

जिन नए शिक्षकों ने ज्वाइन कर लिया है और ट्रेजरी से भी प्रक्रिया पूरी हो गई है, उनकी ड्यूटी पंचायत चुनाव में लग सकती है। उच्चाधिकारियों द्वारा मांगा गया विवरण उपलब्ध करा दिया गया है।-शिवेन्द्र प्रताप सिंह, बीएसए

उच्च शिक्षा : कार्यवाहक प्राचार्य, शिक्षक, कर्मचारियों को अवकाश की अवधि में भी उठाना होगा फोन

Posted: 21 Jan 2021 05:49 PM PST

उच्च शिक्षा : कार्यवाहक प्राचार्य, शिक्षक, कर्मचारियों को अवकाश की अवधि में भी उठाना होगा फोन


समय से सूचनाएं न मिलने के कारण शासन की नाराजगी को देखते हुए उच्च शिक्षा निदेशालय ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। शिक्षा निदेशक (उच्च शिक्षा) डॉ. अमित भारद्वाज ने अवकाश के दिनों में भी फोन कॉल रिसीव कर मांगी गई जरूरी सूचनाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। 


डॉ. भारद्वाज ने गुरुवार को जारी कार्यालय आदेश में कहा कि अवकाश की अवधि में महाविद्यालयों के प्राचार्य, कार्यवाहक प्राचार्य, शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी निदेशालय एवं क्षेत्रीय कार्यालयों के अधिकारियों के फोन कॉल या संदेशों की अनदेखी करते हैं। इस कारण महत्वपूर्ण सूचनाएं शासन को समय से भेजने में कठिनाई होती है। इस स्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने फोन कॉल या संदेशों को तत्काल रिसीव करते हुए मांगी गई सूचनाएं या अभिलेख उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

यूपी बोर्ड : परीक्षा के सेंटर न बढ़े, सरकार ने बदली नीति, पहले एक कमरे में 14 बच्चे आ रहे थे, अब 23 देंगे परीक्षा

Posted: 21 Jan 2021 05:18 PM PST

यूपी बोर्ड : परीक्षा के सेंटर न बढ़े, सरकार ने बदली नीति, पहले एक कमरे में 14 बच्चे आ रहे थे, अब 23 देंगे परीक्षा

प्रयागराज : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में सेंटरों की संख्या बढ़ने न पाए इसलिए सरकार ने केंद्र निर्धारण नीति में संशोधन कर दिया है। 25 नवंबर को कोरोना गाइडलाइन के मद्देनजर जारी नीति के अनुसार एक कमरे में औसतन 14 बच्चों के बैठने की व्यवस्था हो पा रही थी लेकिन अब एक कमरे में 23 परीक्षार्थी बैठ सकेंगे।


पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत से अधिक केंद्र नहीं बनाने के निर्देश अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने दिए हैं। 2020 की परीक्षा के लिए 7784 केंद्र बनाए गए थे। 2021 के लिए 8562 से अधिक केंद्र नहीं बनेंगे। सचिव यूपी बोर्ड दिव्यकांत शुक्ल ने गुरुवार को सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को संशोधित नीति भेज दी।

पहले जारी नीति में प्रत्येक परीक्षार्थी के लिए 36 वर्गफीट (3.34 वर्गमीटर) का क्षेत्रफल निर्धारित था। अब प्रत्येक परीक्षार्थी के बीच 6 वर्गफीट की दूरी का मानक रखा गया है। अब प्रत्येक परीक्षार्थी को 25 वर्गफीट (2.32 वर्गमीटर) स्थान मिलेगा। चारों दीवारों से 6 फीट दूरी की आवश्यकता समाप्त होने से अब एक कमरे में 23 बच्चे बैठ सकेंगे।

पूर्व के वर्षों में एक कमरे में 26 बच्चों के बैठने का इंतजाम रहता था इसलिए संशोधित नीति के कारण परीक्षा केंद्र अधिक नहीं बढ़ने पाएगी। 25 नवंबर 2020 को जारी नीति में न्यूनतम 150 और अधिकतम 800 परीक्षार्थियों केलिए केंद्र निर्धारित करने की बात थी। लेकिन अब तक न्यूनतम 250 और अधिकतम 1200 छात्रों के बैठने का नियम लागू किया गया है।

यानि पहले प्रत्येक पाली में जहां अधिकतम 400 बच्चे बैठ सकते थे वहीं अब एक पाली में अधिकतम 600 बच्चों को एक स्कूल में परीक्षा दिलाई जा सकेगी। इससे बड़े स्कूलों की धारण क्षमता का समुचित उपयोग हो सकेगा।



अब 22 फरवरी तक जारी होगी केंद्रों की सूची 

प्रयागराज :  केंद्र निर्धारण नीति संशोधित करने के साथ ही समय सारिणी में भी संशोधन किया गया है। पहले 9 फरवरी तक केंद्रों की अंतिम सूची जारी होनी थी। अब 22 फरवरी तक अंतिम सूची जारी हो सकेगी। पहली सूची 11 जनवरी को जारी होनी थी जो अब 25 जनवरी तक घोषित की जाएगी।

अप्रैल से पहले परीक्षा शुरू होने के आसार नहीं

10वीं 12वीं की परीक्षा अप्रैल से पहले शुरू होने के आसार नहीं है। शैक्षिक पंचांग में मार्च अप्रैल में बोर्ड परीक्षा कराने की बात थी। सूत्रों के अनुसार केंद्र निर्धारण को लेकर इतनी देरी हो गई है कि मार्च में परीक्षा शुरू होना मुश्किल है।

सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा में अबकी बायोमेट्रिक होगी हाजिरी

Posted: 21 Jan 2021 06:39 PM PST

सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा में अबकी बायोमेट्रिक होगी हाजिरी

सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए छात्रों की बायोमेट्रिक हाजिरी लेगा। यह प्रयोग पहली बार किया जा रहा है। नया सिस्टम लागू होने के बाद परीक्षा के दौरान मूल परीक्षार्थी की जगह दूसरे को परीक्षा में बैठाने से रोका जा सकेगा। बताया जा रहा है कि आने वाले समय में स्कूलों में भी अटेंडेंस के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम लागू किया जा सकता है। 



परीक्षा कक्ष में बैठने के बाद शुरू होगी अटेंडेंस
बायोमेट्रिक सिस्टम से अटेंडेंस परीक्षा कक्ष में ली जाएगी। बोर्ड पहले इस व्यवस्था को प्रायोगिक तौर पर 12 वीं की बोर्ड परीक्षा में लागू करेगा। परीक्षार्थियों को कक्ष में बैठने के बाद हाजिरी लेने की प्रक्रिया शुरू होगी। अब तक परीक्षार्थी की पहचान प्रवेश पत्र पर लगे फोटो को देखकर की जाती थी। अब परीक्षार्थियों की पहचान डिजिटल तरीके से होगी। नई व्यवस्था लागू होने से परीक्षार्थियों को पहचानने में आसानी होगी। कोई परीक्षार्थी फर्जी निकला तो उसे परीक्षा दौरान ही पकड़ा जा सकेगा।

चार मई से शुरू होंगी सीबीएसई की परीक्षाएं
सीबीएसई 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षा चार मई से शुरू होकर 10 जून तक चलेगी। 10 जुलाई तक नतीजे घोषित करने तैयारी है। सीबीएसई ने कोरोना गाइड लाइन का ध्यान रखते हुए परीक्षा कराने का निर्देश दिया है। बोर्ड की ओर से प्रयोगात्मक परीक्षाएं एक मार्च से शुरू हो रही हैं। सीबीएसई ने जहां एक तरफ टाइम टेबल के साथ प्रयोगात्मक परीक्षाओं की तिथि जारी कर दी है वहीं यूपी बोर्ड की ओर से अभी तक केंद्र का निर्धारण तक नहीं हो सका है। परीक्षा केंद्र तय किए जाने के बाद प्रयोगात्मक परीक्षा और परीक्षा कार्यक्रम जारी होगा।


यूपी बोर्ड : वर्ष 2021 की इंटरमीडिएट की प्रयोगात्मक परीक्षाओं का कार्यक्रम घोषित

Posted: 21 Jan 2021 04:55 PM PST

यूपी बोर्ड : वर्ष 2021 की इंटरमीडिएट की प्रयोगात्मक परीक्षाओं का कार्यक्रम घोषित


UPMSP UP Board Exam 2021 : यूपी बोर्ड इंटर की प्रायोगिक परीक्षाएं 3 फरवरी से, 50-50 प्रतिशत अंक आंतरिक व बाह्य परीक्षक देंगे


यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षाएं 3 से 22 फरवरी तक दो चरणों में कराई जाएंगी। सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि पहले चरण में 3 से 12 फरवरी तक आगरा, सहारनपुर, बरेली, लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, फैजाबाद, आजमगढ़, देवीपाटन तथा बस्ती मंडल में प्रैक्टिकल कराए जाएंगे। 

दूसरे चरण में 13 से 22 फरवरी अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, कानपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी तथा गोरखपुर मंडलों में प्रयोगात्मक परीक्षाएं होगी। प्रायोगिक परीक्षा के संबंध में अन्य आवश्यक जानकारी तथा परीक्षकों की नियुक्ति आदि की सूचना परिषद के संबंधित क्षेत्रीय कार्यालयों से प्राप्त होगी। 

इंटरमीडिएट के प्रयोगात्मक विषयों में निर्धारित पूर्णांक में से पचास प्रतिशत अंक आंतरिक परीक्षक तथा पचास प्रतिशत अंक बाह्य परीक्षक देंगे। इसी प्रकार व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के लिए जो विद्यालय प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए केन्द्र निर्धारित किए जाएंगे उनके अध्यापक पचास प्रतिशत अंक आन्तरिक मूल्यांकन व्यवस्था के तहत देंगे और शेष पचास प्रतिशत अंक बाह्य परीक्षक देंगे। 

इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए पंजीकृत सभी रेगुलर व प्राइवेट परीक्षार्थियों की अनिवार्य विषय नैतिक योग, खेल एवं शारीरिक शिक्षा की प्रयोगात्मक परीक्षाएं विद्यालय स्तर पर प्रधानाचार्य कराएंगे। कोविड -19 से बचाव की गाइडलाइन्स को अपनाते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ प्रयोगात्मक परीक्षा कराई जाएगी।

सीसीटीवी की निगरानी में कराएंगे प्रैक्टिकल
शुचिता बनाए रखने के उददेश्य से प्रधानाचार्य प्रयोगात्मक परीक्षाएं सीसीटीवी की निगरानी में परीक्षा कराएंगे। परीक्षाओं से संबंधित रिकार्डिंग प्रधानाचार्य सुरक्षित रखी जाएगी और उन्हें अपने क्षेत्रीय कार्यालय को उपलब्ध कराएंगे। हाईस्कूल की प्रयोगात्मक परीक्षाएं पिछले साल की तरह विद्यालय स्तर पर आन्तरिक मूल्यांकन (प्रोजेक्ट कार्य) के आधार पर कराई जाएगी। हाईस्कूल के व्यक्तिगत परीक्षार्थी अपने अग्रसारण केन्द्र के प्रधानाचार्य से सम्पर्क कर प्रयोगात्मक परीक्षा में सम्मिलित होंगे। हाईस्कूल की प्रयोगात्मक परीक्षा (आंतरिक मूल्यांकन नैतिक खेल एवं शारीरिक शिक्षा तथा इंटरमीडिएट की खेल एवं शारीरिक शिक्षा के प्रांप्ताक विद्यालयों के प्रधानाचार्य के माध्यम से बोर्ड की वेबसाइट www.upmsp.edu.in पर ऑनलाइन अपलोड किए जाएंगे। इसके लिए 25 जनवरी  से वेबसाइट खुलेगी।


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