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Friday, June 11, 2021

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)


ऐसी टक्कर- CAR के दो टुकड़े हो गए, जायसवाल परिवार की तीन महिलाओं मौत - MP NEWS

Posted: 11 Jun 2021 07:30 AM PDT

छिंदवाड़ा
। नागपुर रोड पर एक ऐसा कार्य कैंट हुआ जिसमें पुलिया से टकराकर कार के दो टुकड़े हो गए। इस एक्सीडेंट के कारण कार में सवार जायसवाल परिवार की तीन महिलाओं की मौत हो गई जबकि कार ड्राइवर एवं एक अन्य महिला गंभीर रूप से घायल हैं। दोनों को नागपुर रेफर किया गया है।

BIKE वाले को बचाने के लिए पुलिया में टक्कर मारी

पुलिस के अनुसार सौंसर निवासी सचिन जायसवाल अपने परिवार के साथ रामकोना में एक शादी समारोह में शामिल होने गया था। शुक्रवार को वह CAR से लौट रहा था। इस दौरान नागपुर रोड स्थित ड्रीम होटल के पास उनकी कार के सामने बाइक सवार आ गया। उसे बचाने के लिए सचिन जायसवाल ने कार को दूसरी तरफ तन किया और कार पुलिया से टकरा गई।

छिंदवाड़ा कार एक्सीडेंट में तीन महिलाओं की मौत

इस रोड एक्सीडेंट में सौंसर निवासी रोशनी पति अनूप जायसवाल, माधुरी पति आनंद जायसवाल और सचिन जायसवाल की पत्नी प्रिया की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, कार चालक सचिन जायसवाल और नीलम जायसवाल घायल हो गए। दोनों को गंभीर हालत में नागपुर मेडिकल अस्पताल रेफर किया गया है।

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JABALPUR में नर्सों की हड़ताल का तीसरा दिन, PPE किट पहनकर नुक्कड़ नाटक किया - MP NEWS

Posted: 11 Jun 2021 07:24 AM PDT

जबलपुर।
शहर में नर्सिंग एसोसिएशन के बैनर तले नर्सों की हड़ताल चल रही है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में नर्सों ने अपनी 10 मांगों को पूरा करवाने के लिए प्रदर्शन किया एवं सेवा से इंकार कर दिया। हड़ताल के तीसरे दिन नर्सिंग एसोसिएशन द्वारा एक नाटक का प्रदर्शन करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया।

प्रदर्शन के दौरान हड़ताली नर्सों ने गले में अलग-अलग तख्तियां टांगी जिनमें चिकित्सा शिक्षा विभाग, वित्त विभाग और मध्यप्रदेश शासन लिखा हुआ था। भीषण गर्मी में पीपीई किट पहन कर नर्सों ने बारी-बारी से तीनों के सामने जाकर अपनी लंबित मांगों की गुहार लगाई गई लेकिन एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए निर्देश मिलते रहे।

यह नर्सों की मांगे

पदनाम परिवर्तन कर स्टाफ नर्स की जगह नर्सिंग ऑफिसर किया जाय।
नर्सिंग सिस्टर को सीनियर नर्सिंग ऑफिसर का दर्जा दिया जाय।
नर्सिंग स्टाफ को ग्रेड-2 का दर्जा प्रदेश सरकार दे।

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ऑपरेशन विंध्य: कमलनाथ और अजय सिंह में खुला संघर्ष सुनिश्चित, जवाबी तैयारियां शुरू - MP NEWS

Posted: 11 Jun 2021 07:07 AM PDT

भोपाल
। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में डिजिटल मीडिया के पत्रकारों के साथ बात करते हुए कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का एक बयान (जिसे सबसे पहले वह भोपाल समाचार में प्रकाशित किया) मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के अंदर बड़े संघर्ष का कारण बनता जा रहा है। विंध्य क्षेत्र में कमलनाथ और अजय सिंह के बीच खुला संघर्ष लगभग सुनिश्चित नजर आ रहा है। कमलनाथ अपने तरीके से फैसले ले रहे हैं और सूत्रों का कहना है कि अजय सिंह उनको जवाब देने के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं। 

कमलनाथ और अजय सिंह की लड़ाई स्टेप बाय स्टेप 

कोई प्लानिंग नहीं थी, डिजिटल मीडिया के पत्रकारों के साथ बात करते हुए जब विंध्य क्षेत्र की बात आई तो कमलनाथ ने यह एडमिट किया कि विंध्य क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी कमजोर हो गई है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ दिया कि यदि विंध्य क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी कमजोर ना होती तो मध्यप्रदेश में उनकी सरकार नहीं गिरती। 
अजय सिंह ने कमलनाथ के बयान का विरोध किया और कहा कि सरकार विंध्य क्षेत्र के कारण नहीं बल्कि उनके अपने फैसलों के कारण गिरी है। 
कमलनाथ ने अजय सिंह के प्रभाव वाले क्षेत्र में उनके विरोधी कांग्रेस नेता चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को प्रभारी बना दिया। यानी अजय सिंह को कांग्रेस से VRS की तैयारी शुरू हो गई। 
वर्षों से कमलनाथ की सिक्योरिटी में तैनात सज्जन सिंह भी मैदान में कूद पड़े। उन्होंने अजय सिंह को नसीहत दी कि इस तरह के बयान नहीं देनी चाहिए। यानी अजय सिंह राहुल को अनुशासन हीन बता दिया। 

बात सिर्फ विंध्य क्षेत्र की नहीं है, कांग्रेस में क्षत्रियों के अस्तित्व का सवाल है 

लड़ाई बढ़ती जा रही है। मुद्दा सिर्फ बिंद क्षेत्र का नहीं है बल्कि कांग्रेस पार्टी में क्षत्रियों के अस्तित्व का प्रश्न खड़ा हो गया है। अजय सिंह को खत्म करने का मतलब है विंध्य क्षेत्र में दिग्विजय सिंह को खत्म करना। पुत्र मोह और 40 साल की दोस्ती के कारण दिग्विजय सिंह ने 2018 से लेकर अब तक कई ऐसे फैसलों का समर्थन किया है जो उनकी पहचान को प्रभावित करते हैं। देखना यह है कि क्या राजा दिग्विजय सिंह अपने राजनीतिक गुरु स्वर्गीय राजा अर्जुन सिंह के चिरंजीव अजय सिंह राहुल का रक्षण कर पाएंगे या नहीं। 

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CM Sir, पटेल कॉलेज वाले हमें परीक्षा से वंचित कर रहे हैं, कृपया रोकिए - Khula Khat @ CM Shivraj Singh

Posted: 11 Jun 2021 06:29 AM PDT

महोदय
, मेरा नाम पवन बिल्लोरे है। इंदौर के पटेल कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंदौर (RGPV UNIVERSITY से संबद्ध) से B.Tech 4th year 8th semester का छात्र हूँ। मुद्दा यह है कि पटेल कॉलेज में मेरा एड्मिशन 2017 में स्कॉलरशिप के आधार पर हुआ था। 3 वर्ष तक सरकार द्वारा स्कॉलरशिप समय पर प्राप्त हुई है और मैं समय पर जमा करता आ रहा हूं। इस वर्ष (चौथे वर्ष 2020-21) की स्कॉलरशिप आने में कुछ विलंब लग गया है। इसी बीच ऑनलाइन एग्जाम भी 22 तारीख से शुरू होने को है। 15 जून तक स्कॉलरशिप जमा नही कर सके तो एग्जाम से वंचित कर देंगे। 

कोरोना काल मे मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति और भी बिगड़ी हुई हैं, ऐसे हालात में फीस कैसे जमा कर सकूंगा। कॉलेज वाले फीस जमा करने का बोल रहे हैं। वरना वो हमारे एग्जाम फॉर्म फोरवर्ड नही करेंगे। कॉलेज प्रशासन मानने को बिल्कुल तैयार नही है। उनको बच्चो के भविष्य की चिंता से ज्यादा फीस जमा करवाने में खुद को गर्व महसूस हो रहा है। 

हम विद्यार्थियों ने उनको सिक्योरिटी के लिए चेक व लिखित में आवेदन देने को तैयार है लेकिन कोलेज वाले मानने को तैयार नहीं है। बोलते हैं, कुछ भी करो फीस जमा करो। इसके निराकरण के लिए इंदौर जिला कलेक्ट्रेट में जनजातीय विभाग के अधिकारी से कुछ छात्र जाकर भी मिले थे। वहां से छात्रवृत्ति विभाग के द्वारा कॉलेज को एक आदेश भी भेजा गया, जिसमें छात्रों के एग्जाम फार्म फॉरवर्ड किया जाए और फीस स्कॉलरशिप आने पर ही ली जाए। छात्रों को इस तरह परेशान न किया जाए। 

लेकिन फिर भी कॉलेज वाले नहीं माने। और CM हेल्पलाइन पर शिकायत किया है लेकिन वो बोल रहे है कि निजी कॉलेजों में हम कुछ बोल नही सकते हैं। ऐसे तो विद्यार्थियों से शिक्षा का अधिकार ही छीन लेने वाली बात हो गयी है। महोदय आपसे निवेदन है कि कृपया इस समस्या का समाधान करने में मदद करें। 15 जून एग्जाम फॉर्म फारवर्ड करने की अंतिम तारीख है लेट फीस के साथ। कृपया इस मामले को गंभीर रूप में ले, यह मुझ अकेले विद्यार्थी की बात नही है। मुझ जैसे बहुत विद्यार्थी है जिनका कैरियर दांव पर लग गया है। उम्मीद है आप जल्द से जल्द इसमें सहयोग करेगें।
धन्यवाद - पवन बिल्लोरे मोबाइल न: 9685110573  पटेल कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंदौर 

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BHOPAL-नागपुर हाईवे जाम: धार नदी में बाढ़ - MP NEWS

Posted: 11 Jun 2021 06:34 AM PDT

भोपाल।
मध्य प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ तेज बारिश शुरू हो गयी है। वही भोपाल में भी मानसून सक्रिय हो गया है। भोपाल में सुबह से मौसम साफ था। दोपहर होते-होते बादलों ने पूरे शहर को घेर लिया। शुक्रवार को बैतूल-इटारसी के बीच स्थित धार नदी में बाढ़ आ गई, जिससे अब्दुलागंज-नागपुर हाइवे पर जाम लग गया। 

करीब 5 घंटे नेशनल हाइवे बंद रहा। इस दौरान हाइवे पर पुल के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। जाम में बैतूल से भोपाल मरीज को ले जा रही एम्बुलेंस भी फंस गई। पानी कम होने पर दोपहर 2 बजे केसला और बैतूल के भौंरा पुलिस ने वाहनों को निकलना शुरू हुआ और 3 बजे तक यातायात पूरी तरह से सुचारू हो गया। बैतूल में 10 जून से मानसून ने दस्तक दे दी है। गुरुवार से ही जिले में अलग-अलग हिस्सों में तेज बारिश हो रही। बारिश से पहाड़ी इलाकों में नदी-नाले ऊफान पर आ रहे।

मौसम विभाग की मानें तो समय से सात दिन पहले ही इस बार मध्यप्रदेश में सक्रिय हो गया। दक्षिण पश्चिमी मानसून उत्तरी सीमा व सूरत, नंदूरबार, रायसेन, दमोह, उपरिया, पंड्रा रोड, बोलांगीर, पुरी से होकर गुजर रही है। यही कारण है कि एक जून से लेकर शुक्रवार सुबह तक पूर्वी मध्यप्रदेश में करीब दो इंच और पश्चिम मध्यप्रदेश में करीब सवा इंच बारिश हो चुकी थी।

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मध्य प्रदेश मौसम: 11 जिलों में भारी वर्षा, 25 से ज्यादा जिलों में आंधी-पानी की चेतावनी - MP WEATHER ALERT

Posted: 11 Jun 2021 06:15 AM PDT

MP WEATHER FORECAST

भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून ने धमाकेदार एंट्री कर ली है। गुरुवार से प्रदेश के कई इलाकों में मूसलाधार और कई इलाकों में रुक रुक कर बारिश हो रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के भोपाल केंद्र में मध्य प्रदेश के 11 जिलों के लिए ऑरेंज और 25 से ज्यादा जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। उपरोक्त 35 से ज्यादा जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश होने की संभावना है। 

मध्य प्रदेश के 11 जिलों में भारी वर्षा का पूर्वानुमान

भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत भारत मौसम विभाग के भोपाल केंद्र से जारी ऑरेंज अलर्ट के अनुसार अनूपपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, सागर, सीहोर, होशंगाबाद, बैतूल और देवास जिलों के कई इलाकों में भारी बारिश होने, मेघ गर्जना के साथ वज्रपात की संभावना जताई गई है। इन इलाकों में करीब 40 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से आंधी चलने की संभावना है। 

मध्य प्रदेश के 25 से ज्यादा जिलों में वज्रपात, आंधी और बारिश की संभावना 

मौसम केंद्र भोपाल की ओर से जारी येलो अलर्ट के अनुसार रीवा, इंदौर, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं तथा शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, पन्ना, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर, विदिशा, रायसेन, भोपाल, राजगढ़, हरदा, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, आगर मालवा, नीमच एवं मंदसौर जिले में कुछ स्थानों पर मेघ गर्जना के साथ वज्रपात होने और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से आंधी के साथ बारिश होने की संभावना है। 

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BHOPAL: बॉयफ्रेंड को इग्नोर किया तो फेक ID बनाकर, फोटो वायरल कर दिए - MP NEWS

Posted: 11 Jun 2021 05:45 AM PDT

भोपाल।
 मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के टीटी नगर पुलिस ने गुरुवार देर रात एक युवक खिलाफ छेडखानी और आइटी एक्ट के तहत FIR दर्ज की है। उसके साथ पढ़ने वाली छात्रा ने उसके खिलाफ शिकायत की थी कि आरोपित कई दिनों से उसके फोटो इंटरनेट मीडिया पर अपलोड करने की बात कह रहा था। इसके लिए उसने उसकी एक फर्जी आइडी इंटरनेट मीडिया पर बनाई है। पुलिस ने जांच में पाया कि आरोपित ने पीडिता के फोटो भी उस पर अपलोड कर दिए थे।

टीटी नगर पुलिस के एसआइ सुनील रघुवंशी के अनुसार 21 साल की युवती इटारसी की रहने वाली है। अभी वह बीएससी की पढाई कर रही है। आरोपित सूरज राय उसके साथ में पढता था। आरोपित और छात्रा में गहरी दोस्ती थी। दोनों कई बार घूमने भी जाते थे। इस दौरान आरोपित ने उसके कुछ फोटो भी खिंचे थे। बाद में छात्रा और सूरज में किसी बात को लेकर बातचीत बंद हो गई और छात्रा ने इसे अनदेखा करना शुरू कर दिया था। सूरज छात्रा को कुछ दिनों से फोन कर रहा था कि वह उससे बात करने नहीं तो वह उसके आपत्तिजनक फोटो इंटरनेट मीडिया पर अपलोड कर देगा छात्रा ने उसे काफी समझाया था,लेकिन आरोपित उसकी कोई बात सुनने को तैयार नहीं था। 

आरोपित ने छात्रा के नाम से इंटरनेट मीडिया पर एक फर्जी अकाउंट बनाया और उसके निजी और आपत्तिजनक फोटो उस पर अपलोड कर दी,छात्रा को जब इसकी जानकारी लगी तो उसने टीटी नगर थाने में इस पूरे घटनाक्रम की शिकायत की। पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। एसआइ सुनील रघुवंशी ने बताया कि आरोपित पूर्व में छात्रा का दोस्त रहा है,वर्तमान में शहर में नहीं है। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

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ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नियम तोड़े, शासन और कानून देखते रहे - GWALIOR MP NEWS

Posted: 11 Jun 2021 06:06 AM PDT

ग्वालियर
। ज्योतिरादित्य सिंधिया भले ही दुनिया भर में राज्यसभा के सदस्य और भारतीय जनता पार्टी के नेता होते हो परंतु ग्वालियर में महाराजा ही होते हैं। इनके सामने शासन के नियम लागू नहीं होते। इनके अपने नियम होते हैं। मात्र 5 एंबुलेंस को दान करने के लिए मोती महल में महाराजा का दरबार लगाया गया। कार्यक्रम में तीन मंत्री शामिल थे। प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस खड़े खड़े देखते रहे। ना कानून अपना काम कर पा रहा था और ना ही शासन नियमों का पालन करवाने में सक्षम था।

जिसमें सिंधिया, ग्वालियर सांसद विवेक शेजवलकर, शिवराज सरकार के तीन मंत्री प्रद्युम्न सिंह, ओपीएस भदौरिया, भारत सिंह शामिल हैं। इतना ही नहीं किसी भी राजनीतिक, धार्मिक या अन्य कार्यक्रम पर रोक है। इसके बाद भी यह कार्यक्रम हो गया। सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे। पल-पल सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नजर आईं।

ग्वालियर के मोती महल स्थित कंट्रोल कमांड सेंटर में 5 एंबुलेंस दान देने के लिए महाराज के दरबार का आयोजन किया गया। मध्यप्रदेश में सभी प्रकार के कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा हुआ है। रूल ऑफ़ सिक्स लागू है। यानी एक स्थान पर 6 से एकत्रित नहीं हो सकते। बावजूद इसके डंके की चोट पर न केवल कार्यक्रम हुआ बल्कि रूल ऑफ़ सिक्स और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन भी किया गया। सब कुछ शासन की मौजूदगी में हुआ। कार्यक्रम में शिवराज सिंह चौहान सरकार के मंत्री शामिल थे। 

मंच पर राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, ग्वालियर सांसद विवेक शेजवलकर व प्रदेश सरकार के तीन मंत्री प्रद्युम्न सिंह, ओपीएस भदौरिया, भारत सिंह कुशवाह व पूर्व मंत्री इमरतीदेवी, भाजपा जिलाध्यक्ष कमल माखीजानी मौजूद थे। पंडाल में बिल्कुल वैसे ही भीड़ थी जैसे कि हमेशा होती है। कानून यानी पुलिस अधिकारी, शासन यानी प्रशासनिक अधिकारी और सरकार यानी कैबिनेट मंत्री, कार्यक्रम में मौजूद थे और सब कुछ खुलेआम चल रहा था।

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मध्यप्रदेश कि किसानों को नकली बीज: 5 अधिकारी सस्पेंड, कृषि मंत्री के निर्देश पर हुई कार्रवाई - KHANDWA MP NEWS

Posted: 11 Jun 2021 06:07 AM PDT

भोपाल।
मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल के सख्त निर्देश के बाद नकली बीज तैयार करके बेचने के मामले में कृषि विभाग ने राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था के पांच अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। यह सभी अधिकारी खंडवा में पदस्थ थे। कृषि मंत्री कमल पटेल का कहना है कि किसानों के साथ गड़बड़ी करने वालों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।

खंडवा में बड़े पैमाने पर नकली बीज के कारोबार की शिकायत सामने आ रही थी, पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी। कृषि विभाग ने इंदौर से टीम भेजकर कार्रवाई की, जिसमें नकली बीज तैयार करना प्रमाणित हुआ। इस आधार पर राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था ने सहायक बीज प्रमाणीकरण अधिकारी सुरेश कुमार, अखिलेश चौहान, जयंत कुल्हारे, राजाराम बड़ोले और पीपी सिंह को प्रथम दृष्टया जिम्मेदार मानकर निलंबित कर दिया। कृषि मंत्री ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि नकली खाद, बीज और दवाइयों के कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। बीज की कमी न आए, यह भी सुनिश्चित किया जाए।

गोदामों में लगाएं सीसीटीवी कैमरे

उधर, राज्य भंडार गृह निगम की बैठक में अध्यक्ष राहुल सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शासकीय गोदामों में सीसीटीवी कैमरे लगाएं। आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के तहत प्रदेश में भंडारण क्षमता बढ़ाने की दिशा में तेजी से काम किया जाए। निजी गोदाम संचालकों को भंडारण शुल्क का समय पर भुगतान किया जाए। पूरे प्रदेश में गोदाम सुंदर और एक जैसे दिखें, इसे लिए निगम के अधीन आने वाले गोदामों के लिए एक रंग निर्धारित करें।

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5 गांव जहां 2 साल से कोई मौत नहीं हुई, COVID तो दूर की बात किसी को बुखार भी नहीं आया

Posted: 11 Jun 2021 06:18 AM PDT

श्याम चोरसिया।
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के संगम क्षेत्र में 5 गांव ऐसे हैं जहां पिछले 2 साल से कोई मृत्यु नहीं हुई। कोरोनावायरस के कारण देशभर में अकाल मृत्यु के समाचार आते रहे परंतु इन 5 गांव में किसी को बुखार तक नहीं आया। यहां के लोग इसे मंगलू भगवान का आशीर्वाद मानते हैं।

ना पेड़ों की छांव है ना सरकार की

मध्य प्रदेश के जिला अलीराजपुर के जलसंघी, खोद अम्बा, चिकलदा और महाराष्ट के जिला नंदुबार के चिताखेड़ी, रोशागिर में पिछले 02 साल से एक भी मौत नही हुई। न किसी को बुखार आया। न सक्रमण के केतू की छाया पड़ी। ये पांचों गांव मप्र, महाराष्ट, गुजरात के संगम केंद्र की शान है। सैकड़ों गांवो की तरह ये गांव भी सरदार सरोवर में समा गए या किनारे आ लगे। अब यहाँ जल संकट नही है। इलाका पहाड़ी, पठारी है। हर पहाड़ वृक्ष विहीन है। इस पहाड़ी क्षेत्र में जिस प्रकार वृक्ष नहीं है उसी प्रकार सरकारी सुविधाएं भी नहीं है।

कोरोनावायरस कि दोनों लहरों में एक भी ग्रामीण संक्रमित नहीं हुआ

कोरोनावायरस महामारी की पहली और दूसरी लहर के दौरान इन पांचों गांव में वायरस प्रवेश तक नहीं कर पाया। यहां रहने वाले ज्यादातर आदिवासियों का जीवन काफी कठिन है। उन्हें रोज पहाड़ चढ़ना और उतरना पड़ता है। नर्मदा नदी में तैरते हैं। नाव चलाते हैं। मछलियां पकड़ते हैं और मोटा अनाज खाते हैं। पहाड़ पर आदिवासी हैं इसलिए जड़ी बूटियां इनके जीवन का अंग बन गई है।

कठिनाइयों में जिंदगी के रास्ते निकाल लिए

यहां सदियों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाता है। सबके घरों के बीच में पर्याप्त दूरी है। कुल 53 फलियों में करीब 400 झोपड़ियों में 02 हजार आदिवासी निवास करते हैं। खेती करते हैं। सुलभ सड़क मार्ग नहीं होने के कारण अपनी जरूरतों को कम कर लिया है इसलिए गांव के बाहर जाने की नौबत कम आती है। कुछ लोग रोजगार की तलाश में महाराष्ट्र और गुजरात की फैक्ट्रियों में काम करने चले गए थे लेकिन महामारी के शुरू होते ही वापस लौट आए। अब वह लोग अपने गांव को छोड़कर जाना ही नहीं चाहते। 

ना आंगनवाड़ी, ना स्वास्थ्य केंद्र, सिर्फ एक स्कूल है

इन पांचों गांव में स्कूल तो है। मगर आशा और आंगनवाड़ी नहीं है। न अस्पताल न नर्स।डॉक्टर तो बड़ी बात है। एडीएम एससी वर्मा के अनुसार बैक वाटर कम होने पर पचासों टापू उभर आते हैं। मगर 98% चिराग विहीन ही है। सितंबर में लोग टापुओं पर से फिर हट जाते है।

60 किलोमीटर की दूरी 5 घंटे में तय होती है

इन पठारी, पहाड़ी गांवो तक पहुंचना सहज नही है। अलीराज से 60km की दूरी तय करने में 05 घण्टे लगते है। उतार, चढ़ाव, घुमाव, खाई, खोह, पतले रास्ते। ककराना फिर भी 05 km रह जाता है। ये दूरी पैदल ही तय करना पड़ता है।

अब तो सरकारी सहायता की मांग भी नहीं करते 

दिलचस्प बात है कि आदिवासियों ने परिस्थितियों के साथ न केवल समझौता कर लिया है बल्कि इस जीवन में उन्हें सुख और आनंद की प्राप्ति होने लगी। अब तो यह लोग सरकारी योजनाओं के लिए आवेदन निवेदन तक नहीं करते। गांव में एक वैध है। जब वह मना कर देते हैं तो गुजरात के छोटा उदयपुर के अस्पताल जाकर इलाज करवा लेते हैं।

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JABALPUR: गर्लफ्रेंड ने धोखेबाज बॉयफ्रेंड की हत्या कर दी, शादी के 4 दिन बाद कंकाल मिला था - MP NEWS

Posted: 11 Jun 2021 04:43 AM PDT

जबलपुर।
 शादी के 4 दिन बाद अचानक लापता हुए युवक का 24 मई 2021 को घर से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर हरगढ़ के जंगल में कंकाल मिला था। पुलिस का कहना है कि युवक की हत्या उसकी गर्लफ्रेंड द्वारा की गई थी। युवक ने लड़की को धोखा देकर किसी और से शादी कर ली थी। हत्या की वारदात में लड़की की बहन ने उसका साथ दिया।

शादी के 4 दिन बाद मोबाइल रिपेयरिंग के नाम पर घर से निकला था

खितौला पुलिस के मुताबिक 24 मई को हरगढ़ के जंगल में एक नरकंकाल मिला था। थोड़ी दूरी पर उसकी बाइक भी मिली थी। इसी बाइक से युवक की पहचान 15 किमी दूर सिहोरा के गुरजी निवासी सोनू पटेल (25) पिता तुलसी राम पटेल के रूप में हुई थी। सोनू की शादी 12 मई को हुई थी। शादी के चार दिन बाद 16 मई को वह मोबाइल रिपेयरिंग कराने की बात कहकर घर से निकला था। इसके बाद से उसका पता नहीं चल रहा था। सिहोरा में 16 मई की देर रात 11.50 बजे बड़े भाई नारायण पटेल ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी।

मेडिकोलीगल इंस्टीट्यूट ने बताया आत्महत्या नहीं हत्या है

सोनू पटेल के नरकंकाल के गले में जूट की रस्सी लिपटी थी। थोड़ी दूरी पर बियर की केन पड़ी थी। उसके चप्पल और फटे कपड़े भी पड़े थे। पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मान रही थी। पुलिस ने नरकंकाल और घटनास्थल की फोटो को मेडिकोलीगल इंस्टीट्यूट भोपाल भेजा। वहां एक्सपर्ट टीम ने ढांचे को रिक्रिएट कर अपना अभिमत दिया था। मेडिकोलीगल इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट में युवक की हत्या होना बताया गया इसके बाद खितौला पुलिस ने 10 जून की रात में प्रकरण में हत्या का मामला दर्ज किया।

घटनास्थल पर मोबाइल नहीं मिला

24 मई को लापता युवक का नरकंकाल मिलने की खबर पर मौके पर एसडीओपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी, एएसपी शिवेश सिंह बघेल भी एफएसएल टीम पहुंची थी। युवक का नरकंकाल 50 मीटर के क्षेत्र में फैला मिला था। हालांकि घटनास्थल पर उसका मोबाइल नहीं मिला था। पुलिस पहले ये मानकर चल रही थी कि सोनू ने मोबाइल बंद कर कहीं फेंक दिया होगा।

पत्नी ने बताई मृत पति की लव स्टोरी

पुलिस सूत्रों की माने तो इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में सोनू की पत्नी का बयान खास रहा। सोनू का शादी से पहले कातिल युवती से प्रेम संबंध थे। सोनू ने उससे शादी का आश्वासन दिया था। पर बाद में उसने दूसरी लड़की से शादी कर ली। इसी से उसकी प्रेमिका नाराज थी। उसने गुस्से में सोनू की पत्नी को भी अपने रिश्ते के बारे में बता दिया था।

इसे लेकर पति-पत्नी में कहासुनी भी हुई थी। प्रेमिका ने मामला सेटल करने उसे बुलाया था। प्रेमिका ने अपनी बहन के साथ मिलकर सोनू का गला रस्सी से कस कर मार डाला था। सूत्रों की माने तो खितौला पुलिस ने दोनों बहनों को हिरासत में ले लिया है। 

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GUNA शिक्षा विभाग में बड़ा कांड: CAC ने BEO ऑफिस में जहर खाया, मौत, 16 शिक्षकों ने इस्तीफा दिया था - GUNA MP NEWS

Posted: 11 Jun 2021 03:26 AM PDT

गुना। मध्य प्रदेश के BRCC गुना और एमएलबी स्कूल के सीएसी की कथित प्रताड़ना से तंग आकर एमएलबी स्कूल में पदस्थ सीएसी ने बीईओ ऑफिस में जहर खा लिया। आधे घंटे बाद डायल 100 बुलाकर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां हालत गंभीर होने से परिजन निजी अस्पताल ले गए। यहां से भोपाल रैफर कर दिया। भोपाल में भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।  

गुना में 16 जनशिक्षक, BAC और CAC ने सामूहिक इस्तीफे के बाद शिक्षक ने जहर खाया, मौत 

शिक्षा विभाग में गुरुवार का दिन उथल-पुथल वाला रहा। केंद्र में रहे BRC (ब्लॉक स्रोत समन्वयक) और BEO। पहले तो BRC एसएस सोलंकी से परेशान होकर 16 जनशिक्षक, BAC और CAC ने सामूहिक इस्तीफा दिया। करीब आधे घंटे बाद महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उमावि जनशिक्षा केंद्र के CAC चंद्रमौलेश्वर श्रीवास्तव ने BEO ऑफिस में जहर खा लिया। लापरवाही देखेगी सरकारी कार्यालय में जहर खाने के बावजूद कर्मचारी को आधे घंटे बाद अस्पताल भेजा गया। इस देरी के पीछे भी BRC को जिम्मेदार बताया जा रहा है। आत्महत्या करने वाले CAC ने 1 सप्ताह पहले कलेक्टर को पत्र लिखकर सारी स्थिति बताई थी।

शिक्षक को जांच के दौरान बयान देने बुलाया था

उन्होंने कहा था कि बीआरसी, एमएलबी के एक अन्य सीएसी और डीपीसी कार्यालय के कर्मचारी द्वारा उन्हें परेशान किया जा रहा है। कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए। जांच अधिकारी बीईओ एसएन जाटव को बनाया गया। गुरुवार को बीईओ ने शिकायतकर्ता सीएसी को बयान के लिए बुलाया गया था।

बीमा करवाने और नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी ज्वाइन करने का दबाव बना रहे थे

घटनाक्रम में शिक्षा विभाग में चल रहा लेन-देन का खेल सामने आया। नमो जागरण मंच के हरि सिंह चौहान ने शिकायत की थी, बीआरसी अपने परिजनों के नाम पर बीमा की एजेंसी चला रहे हैं। लोगों को जबरन पॉलिसी करवाने के लिए मजबूर करते हैं। एक क्लर्क ने नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी का कारोबार चला रखा है, जिसमें शिक्षकों को जुड़ने के लिए मजबूर किया जाता है।

BRC पर रिश्वतखोरी का आरोप

अगर वे नहीं जुड़ते हैं, तो उन पर जांच का दबाव डाला जाता है। इसी से खुलासा हुआ कि इन मामलों की बाकायदा लिखित शिकायत की जांच पहले ही चल रही है। 16 जनशिक्षक, सीएसी व बीएसी के इस्तीफे के पीछे की वजह भी लेन-देन ही है। आरोप है, उनके यात्रा व्यय आदि के भुगतान नहीं किए जा रहे हैं। बीआरसी द्वारा इन्हें पास करने के लिए पैसे मांगे जा रहे हैँ।

सीएससी को लगातार अपमानित किया जा रहा था इसलिए जहर खा लिया

जहर खाने वाले चंद्रमोलेश्वर श्रीवास्तव ने पत्र में लिखा है कि उन्होंने फरवरी में एमएलबी के सीएसी का पद ग्रहण किया। तब से अब तक उनको सिर्फ उनके कक्ष की चाबी ही दी गई है। सरकारी कागजात व अन्य रिकॉर्ड नहीं सौंपा गया। इसकी शिकायत बीआरसी और डीपीसी कार्यालय में की। वहां सुनवाई न होने पर कलेक्टर को पत्र लिखा। पत्र के मुताबिक बीआरसी और एमएलबी के एक अन्य सीएसी की आपसी मिलीभगत के चलते उन्हें अपमानित किया जाता रहा। डीपीसी सोनम जैन का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में नहीं आया था।

जांच के दौरान शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा था

सुबह सीएसी को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया था। बीईओ का दावा है कि उन्होंने सीएसी से पूछा कि चार्ज संबंधी विवाद को लेकर उन्होंने किसी अधिकारी को शिकायत की थी या नहीं? इस पर सीएसी ने कहा कि वे शिकायती पत्रों का रिकॉर्ड लेकर आ रहे हैं। कुछ ही देर बाद वे वापस अंदर आए और कहा कि मैंने जहर खा लिया है।

अब आपको जो पूछना है, वह पूछो। वहीं, यह बात भी सामने आ रही है कि बीईओ ने सीएसी पर शिकायत वापस लेने और अपनी मूल संस्था में चले जाने का दबाव डाला। इस घटनाक्रम में सबसे बड़ी लापरवाही यह हुई कि करीब आधे घंटे तक सीएसी को अस्पताल ले जाने की कोशिश नहीं की गई। जब हालत बिगड़ने लगी, तब जाकर पुलिस को बुलाया गया।

बीआरसी ने आरोपों का खंडन किया

बीआरसी सोलंकी ने सभी आरोपों को नकार दिया है। उन्होंने कहा कि सीएसी श्रीवास्तव को उन्होंने देखा ही नहीं है। वे कभी उनके पास आए ही नहीं। चार्ज का जो मुद्दा है, उससे मेरा लेना देना नहीं है। यह काम तो जनशिक्षा केंद्र की प्रिंसिपल काे करना था। उन्होंने कहा कि सीएसी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी।

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यदि नल से बूंद-बूंद पानी टपकता है तो साल भर में कितना पानी बर्बाद होता है - GK IN HINDI

Posted: 11 Jun 2021 03:26 AM PDT

टपकते हुए नल तो पूरे भारत में मिल जाते हैं। लोग इन पर ज्यादा ध्यान नहीं देते। सोचते हैं एक-एक बूंद पानी के टपकने से क्या होता है। जब थोड़ा ज्यादा टपकने लगेगा तो प्लंबर को बुलाकर रिपेयरिंग करा लेंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं इस तरह बूंद-बूंद पानी टपकने से 1 साल में 8000 लीटर से ज्यादा पानी बर्बाद हो जाता है।

एक संस्था ग्रीन सूत्र ने इसके बारे में कैलकुलेशन करके रिपोर्ट पब्लिक की थी। वैसे यह कैलकुलेशन कोई भी अपने घर में कर सकता है। प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार यदि किसी नल से एक सेकंड में एक बूंद पानी गिरता है तो 1 दिन में 22 लीटर, 1 महीने में 660 लीटर और 1 साल यानी 365 दिन में 8030 लीटर पानी बर्बाद हो जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार चार व्यक्तियों के एक परिवार को 1 दिन में 340 लीटर पानी की जरूरत होती है। जब आपके नल से एक-एक बूंद पानी टपक रहा होता है तब आपके ही शहर के किसी दूसरे भाग पर जलस्तर कम हो रहा होता है।

आबिद सुरती 14 साल से से बूंद-बूंद पानी बचा रहे हैं 

गुजरात के रहने वाले आबिद सुरती पिछले 14 सालों से बूंद-बूंद पानी बचा रहे हैं। वह लोगों के घर जाते हैं और उनके टपकते हुए नल को ठीक करते हैं। 2007 में उन्होंने अपना यह अभियान शुरू किया था। 85 साल की उम्र में उन्होंने गरीब झोपड़ियों से लेकर कई बॉलीवुड सितारों तक के बूंद-बूंद टपकते नल को ठीक किया है। वह अब तक करीब 21000 दरवाजे खटखटा चुके हैं। काश हर शहर में आबिद सुरती होते और सरकार की तरफ से उन्हें प्रोत्साहित किया जाता। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article

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EPFO ब्याज भुगतान की तारीख निर्धारित, 6 करोड़ कर्मचारियों के लिए गुड न्यूज़ - EMPLOYEE NEWS

Posted: 10 Jun 2021 08:50 PM PDT

Employees' Provident Fund Organisation में बचत राशि जमा करने वाले भारत के करीब 6 करोड़ कर्मचारियों के लिए गुड न्यूज़ यह है कि जुलाई 2021 के अंत तक उनके प्रोविडेंट फंड अकाउंट में 8.5% ब्याज की रकम जमा हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए अनुमति दे दी है। पिछले 1 साल में कोरोनावायरस महामारी के कारण कर्मचारियों को मिलने वाले काफी सारे लाभ प्रभावित हुए हैं।

सूत्रों के हवाले से पता चला है कि श्रम मंत्रालय की मंजूरी के बाद EPFO के सब्सक्राइबर्स के खातों में 8.5 प्रतिशत ब्याज की ये रकम जुलाई के अंत तक जमा करा दी जाएगी। इसके पहले वित्त वर्ष 2019-20 में भी KYC में हुई गड़बड़ी की वजह से ब्याज मिलने में कई सब्सक्राइबर्स को 8 से 10 महीने का लंबा इंतजार करना पड़ा था। देश में 6.44 करोड़ लोग PF में अपने वेतन की एक निश्चित राशि जमा कराते हैं।

7 साल के निचले स्तर पर PF ब्याज दर

आपको बता दें कि EPFO ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए ब्याज दरों को बिना बदलाव के 8.5 परसेंट पर बरकरार रखने का फैसला लिया था जो कि पिछले 7 साल के निचले स्तर की ब्याज दर है। इसके पहले वित्त वर्ष 2013 में EPF पर ब्याज दरें 8.5 परसेंट थीं। पिछले साल मार्च में EPFO ने ब्याज को रिवाइज किया था। इसके पहले वित्त वर्ष 2019 में EPF पर 8.65 परसेंट ब्याज मिलता था. EPFO ने वित्त वर्ष 2018 में 8.55 परसेंट ब्याज दिया था, जो कि इसके पहले वित्त वर्ष 2016 में ये 8.8 परसेंट था। इसके पहले वित्त वर्ष 2014 में ये 8.75 परसेंट था।

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INDORE: शिक्षक का शव फांसी पर मिला, बेटी के लिए दुखी थे - MP NEWS

Posted: 10 Jun 2021 08:31 PM PDT

इंदौर।
 मध्य प्रदेश में इंदौर शहर के लिंबोदी में 62 साल के एक शिक्षक ने बुधवार रात तीन बजे घर में फांसी लगाकर जान दे दी। बेटे का आरोप है कि उन्हें दामाद और उसके सरपंच मामा ने तीन दिन पहले ही धमकाया था। बहन को बार-बार प्रताड़ित करने के कारण दुखी थे। तेजाजी नगर पुलिस के अनुसार मृतक लक्ष्मीनारायण वर्मा निवासी लिंबोदी हैं। 
 
इंजीनियर बेटे जयदीप वर्मा ने बताया कि वे असरावद में शिक्षक थे। वहीं के प्रमोद मेथोरिया से बहन की 6 साल पहले शादी हुई थी। शादी के बाद से प्रमोद बहन को सताता था। बहन पहले एक ज्वेलरी शोरूम की फ्लोर मैनेजर थी।जीजा के टोकने पर उसने दूसरी कंपनी ज्वॉइन की। जीजा प्रमोद भी प्राइवेट नौकरी करता है, आने-जाने में दिक्कत होती थी, इसलिए दोनों को लिंबोदी में किराए का मकान दिला दिया था। वे बहन को गांव में रहने का दबाव बना रहे थे।

मामला थाने पहुंचा, लेकिन वहां एसआई अभिरुचि कन्नौजे ने आरोपी का ही पक्ष लिया। मुझे भी थाने पर पीटा और उलटा केस दर्ज कर दिया। इसके बाद से पिता दुखी थे। वहीं एसआई का कहना है मैं अपना पक्ष थाने पर रखूंगी। फोन पर ज्यादा कुछ बता नहीं सकती।

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अवैध संपत्ति की जाँच न्यायालय किस अधिकारी द्वारा करवा सकता है, जानिए - LEARN CrPC SECTION 105-घ

Posted: 10 Jun 2021 07:57 PM PDT

दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 105-ग के अंतर्गत हमने आपको बताया था कि न्यायालय किसी अपराधी द्वारा अपराध करके कोई अवैध संपत्ति कमाई गई हैं तो उसे समपहरण अर्थात जब्त करने का आदेश जारी करेगा लेकिन आज की धारा यह बात स्पष्ट करती है कि कौन अवैध संपत्ति को समपहरण करने से पहले कौन सा अधिकारी ऐसी संपत्ति, स्थान, दस्तावेज आदि का जाँच, अन्वेषण निरीक्षण करेगा आज के लेख में हम इन प्रश्नों का जबाब देगे जानिए।

दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 जी धारा 105-घ की परिभाषा (सरल एवं संक्षिप्त शब्दों में):-

अगर भारत के किसी न्यायालय को लगता हैं या कोई संविदाकारी देश से अनुरोध पत्र प्राप्त होता है कि किसी अपराधी व्यक्ति ने अवैध संपत्ति को कहीं छुपा कर रखी है, किसी व्यक्ति के पास रखी है, बैंक जमा में करके रखी है, फर्जी दस्तावेज तैयार करके रखी है, या कहीं कोई अवैध पैसे छुपा कर रखे है। 

तब न्यायालय उपर्युक्त धारा के अनुसार ऐसे पुलिस अधिकारी को जाँच, अन्वेषण, निरीक्षण को आदेश देगा जो उप निरीक्षक (SI) के पद की नीचे की पंक्ति का नहीं होना चाहिए। अर्थात SI हो सकता है एवं उससे ऊपर की पंक्ति का कोई भी अधिकारी होगा। नियुक्त किया गया अधिकारी आदेश में उल्लेखित बिन्दुओं के आधार पर जांच करेगा एवं अपनी रिपोर्ट सौंपेगा। :- लेखक बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

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POWER BANK APP मामले में 2 चार्टर्ड अकाउंटेंट सहित 11 गिरफ्तार

Posted: 10 Jun 2021 07:46 PM PDT

नई दिल्ली।
POWER BANK APP और EASY PLAN WEB मामले में पुलिस ने अब तक दो चार्टर्ड अकाउंटेंट सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि यह दोनों मोबाइल एप्लीकेशन चीन से संचालित हो रही थी। उन्होंने भारत में करीब 50 लाख लोगों के साथ ठगी की है। इन्वेस्टिगेशन में अब तक ठगी की रकम का अनुमान 250 करोड़ पर लगाया गया है। पुलिस ने इसकी जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग को लिखा है।

प्राइमरी इन्वेस्टिगेशन में चीन से कनेक्शन मिला

डीसीपी अन्येष राय ने बताया कि इंटरनेट पर गश्त के दौरान पुलिस को इन दोनों मोबाइल एप्लीकेशन के बारे में जानकारी मिली। लोग इनके बारे में काफी चर्चा कर रहे थे। कुछ शिकायतें भी थी। प्राइमरी इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि कोई अवैध निवेश योजना संचालित की जा रही है। एप की जांच राष्ट्रीय साइबर फोरेंसिक लैब में की गई।जांच में पता चला कि लोगों को धोखा देने के लिए पावर एप ने खुद को एक बेंगलुरू स्थित प्रौद्योगिकी स्टार्ट-अप के रूप में पेश किया। इसका सरवर चीन में स्थित है लेकिन भारत में बड़ी संख्या में लेनदेन किया जा रहा है।

पुख्ता सबूत जुटाने पुलिस टीम ने खुद को रजिस्टर किया 

सारे मामले को समझने और पुख्ता सबूत जुटाने के लिए पुलिस की टीम ने खुद को ऐप पर रजिस्टर कर लिया। इसके साथ ही जालसाजों द्वारा उपयोग किए गए लिंक, भुगतान गेटवे, यूपीआइ आइडी, लेनदेन आइडी, बैंक खाते आदि की पहचान हो गई। जुड़े हुए मोबाइल नंबर और जिन कंपनियों के खातों में ठगी का पैसा भेजा गया उसका पता लगाया गया। खातों से जुड़े नंबरों की जांच के बाद पता चला कि पश्चिम बंगाल के उलुबेरिया का रहने वाला शेख राबिन इस एप से जुड़े हुए 30 खातो को चला रहा है। इसके अलावा फर्जी कंपनियों के कुछ निदेशकों के बारे में पता चला।

2 चार्टर्ड अकाउंटेंट सहित अब तक 11 गिरफ्तार

पुलिस टीम ने अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर शेख राबिन, दो चार्टर्ड एकाउंटेंट अविक केडिया और रौनक बंसल व अन्य उमाकांत आकाश जोयस, वेद चंद्रा, हरी ओम, अभिषेक, शशि बंसल, मिथलेश शर्मा, अरविंद समेत 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि इस मामले में अभी और गिरफ्तारियां होनी है। चीन में बैठे मास्टरमाइंड की पहचान होना बाकी है। 

मात्र ₹300 के नाम पर ठगी के जाल में फंसाते थे

पुलिस अधिकारी ने बताया कि एप को डाउनलोड करने के बाद उसमें पंजीकरण किया जाता था। पंजीकरण होने के बाद उसमें पैसे निवेश करने पर 20 से 25 दिन में दोगुना करने का दावा किया जाता था। पीड़ित को विश्वास में लेने के लिए आरोपित पहले 10 से 15 फीसद रुपये पीड़ित को दे देते थे। इससे पीड़ित और पैसे निवेश करता था। तीन सौ रुपये से लेकर करोड़ो रुपये तक लोग इस एप पर निवेश कर चुके हैं। अभी तक की जांच में पांच लाख लोग इस एप के जरिये ठगी के शिकार हुए हैं। अभी आगे की जांच चल रही है।

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MOTIVATION STORY- कुएं से निकला कॉन्फिडेंस

Posted: 10 Jun 2021 09:27 PM PDT

शक्ति रावत।
एक बार ऐसा हुआ कि एक गांव के दो लड़के एक 6 साल का और दूसरा 12 साल का। दोनों एकदम पक्के दोस्त थे। साथ खेलते, साथ ही पूरा दिन रहते, जहां भी जाते साथ ही जाते। एक दिन ये दोनों लडक़े खेलते-खेलते गांव से दूर एक सुनसान जगह पर निकल गए। वहां एक कुआं था। खेलते हुए इनमें से जो बड़ा लड़का था, 12 साल का, वह अचानक कुंए में गिर गया। छोटा लडक़ा जो छह साल का था, अपने दोस्त को मुसीबत में देखकर परेशान हुआ और मदद के लिए यहां-वहां देखने लगा। लेकिन वहां मदद मांगने के लिए दूर-दूर तक कोई भी नहीं था। 

इधर उसका दोस्त डूब रहा था। जब कोई रास्ता ना दिखा तो उस छोटे लडक़े ने कुंए के पास पड़ी पानी खींचने की रस्सी हिम्मत करके उठाई और कुएं में फेेंक दी, और अपने दोस्त से कहा कि, इसे पकड़ो। छोटे लडक़े ने उसी रस्सी के सहारे अपने दोस्त को कुंए से बाहर खींच लिया। अब दोनों घबराए हुए थे, उन्हें लगा कि जब घर जाकर वे सबको यह बात बताएंगे, तो उनको बहुत डांट सुननीं पड़ेगी लेकिन जब वे वापस गांव में अपने घर पर पंहुचे तो बड़ी अजीब स्थिति बन गई। क्योंकि कोई भी उनकी बात पर भरोसा करने को तैयार नहीं था, उल्टा गांव के और परिवार के लोग उनका मजाक उड़ा रहे थे। हर किसी की जब़ान पर एक ही सवाल था, कि ऐसा कैसे हो सकता है। भला 12 साल के लडक़े को 6 साल का लडक़ा कुंए से कैसे बाहर निकालेगा। वो भी रस्सी के सहारे, यह तो किसी चुटकुले से कम नहीं है। 

दोनों लडक़े सच कह रहे थे, पर उनका सच मानने को कोई तैयार नहीं था। लेकिन गांव में एक बुर्जुग थे, जिनको लडक़ों की बात पर यकीन था। लोगों ने उनसे पूछा कि आपको क्यों ऐसा लगता है, कि ये लडक़े सच बोल रहे हैं। तब बुर्जुग ने मुस्कुराते हुए कहा कि, ये लडक़े सच बोल रहे हैं, छोटा लडक़ा इसलिये अपने से उम्र में 6 साल बड़े लडक़े को कुंए से रस्सी के सहारे खींचकर बाहर निकाल सका क्योंकि वहां पर इससे कोई यह कहने वाला नहीं था, कि यह अंसभव है, और तुम यह नहीं कर सकते। 

MORAL OF THE STORY

कुछ ऐसी ही स्थिति कितनी बार जिंदगी में हमारी होती है। बहुत सारे काम हम सिर्फ इसलिये नहीं कर पाते क्योंकि दूसरों को लगता है, या वे कहते हैं, कि तुम यह नहीं कर सकते, और हम हिम्मत हार जाते हैं। जबकि हमारे अंदर उस काम को अच्छी तरह से करने की काबिलियत मौजूद होती है, फिर भी हमारा भरोसा डगमगा जाता है। इसलिये दुनिया की नहीं बल्कि अपने दिल की आवाज सुनिये, लोग क्या कहेंगे मायने नहीं रखता, आप क्या करेंगे मायने रखता है। अगर अंदर से खुद पर भरोसा है, तो फिर दूसरों की मत सुनिये। जब सवाल अपने लक्ष्य को हासिल करने का हो, तब एकदम बहरे बन जाईये, ताकि आपके कानों तक यह आवाज ही ना पंहुचे कि तुम यह नहीं कर सकते। हमेशा भरोसा खुद पर रखिये लोगों की राय पर नहीं। -लेखक मोटीवेशनल स्पीकर हैं। 

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